हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी आज के इस खास अपडेट में हम बात कर रहे हैं एक ऐसे कदम की जो भारतीय स्टार्टअप वर्ल्ड में चर्चाओं का विषय बना हुआ है फूड डिलीवरी की दुनिया में नाम कमाने वाली Zomato अब बन चुकी है Eternal Ltd और इसके साथ ही कंपनी ने एक और बड़ा फैसला लिया है जो सीधे सीधे उसके शेयरहोल्डर्स और विदेशी निवेशकों को प्रभावित करेगा अगर आप शेयर मार्केट से जुड़े हुए हैं या Zomato के इन्वेस्टर हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद खास है Eternal Ltd ने विदेशी हिस्सेदारी को 49.5% तक सीमित करने का प्रस्ताव रखा है जिससे विदेशी निवेश की सीमा अब कड़ी निगरानी में होगी यह कदम कंपनी ने 18 अप्रैल को हुई बोर्ड मीटिंग में फाइनल किया है और अब इसे पोस्टल बैलट के जरिए शेयरहोल्डर्स से अप्रूव करवाया जाएगा दोस्तों यह रणनीति दर्शाती है कि Eternal अब सिर्फ एक डिलीवरी ऐप नहीं बल्कि एक डायनामिक ग्रोथ की ओर बढ़ती हुई टेक कंपनी बन रही है
FDI और FPI पर सख्त निगरानी की तैयारी
अगर आप इस खबर को सतही तौर पर देख रहे हैं तो रुकिए और गहराई से समझिए क्योंकि Eternal Ltd का ये फैसला सीधे तौर पर निवेश के पैटर्न को बदलने वाला है कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस 49.5% की सीमा में Foreign Direct Investment FDI Foreign Portfolio Investment FPI Non Resident Indians NRIs और विदेशी स्वामित्व वाली भारतीय संस्थाएं सभी शामिल होंगी हालांकि जो निवेश नॉन रिपैट्रिएशन बेसिस पर होंगे उन्हें इस सीमा से छूट दी गई है दोस्तों यह कदम सिर्फ एक टेक्निकल बदलाव नहीं बल्कि कंपनी के विजन का हिस्सा है जिससे वह अपने बिजनेस को ज्यादा सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाना चाहती है Eternal की योजना अब क्विक कॉमर्स में विस्तार करने की है और इस दिशा में यह सीमा उसे एक तरह की स्ट्रैटजिक शील्ड देगी
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Blinkit और IOCC बनने की प्लानिंग के लिए उठाया कदम
अगर आप Eternal Ltd की स्ट्रैटजी पर नज़र डालें तो साफ हो जाएगा कि कंपनी का फोकस अब सिर्फ फूड डिलीवरी तक सीमित नहीं है दोस्तों Eternal अब अपने Blinkit ब्रांड के तहत क्विक कॉमर्स को बढ़ाने में जुट गई है और इसी विज़न के तहत वह Inventory Ownership Category Company IOCC बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है इसके लिए जरूरी था कि कंपनी विदेशी हिस्सेदारी पर कंट्रोल बनाए और भारत में नियमों के मुताबिक़ अपने ऑपरेशंस को मॉडर्न स्टाइल में आगे बढ़ाए यह प्रस्ताव SEBI के 2015 लिस्टिंग ऑब्लिगेशन एंड डिस्क्लोज़र रिक्वायरमेंट्स और नवंबर 2024 के मास्टर सर्कुलर के अनुरूप है जो दर्शाता है कि Eternal अब ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के साथ खेल रही है अगर आप इस कंपनी के साथ निवेश की योजना बना रहे हैं तो यह बदलाव आपके लिए एक संकेत है कि कंपनी अब लॉन्ग टर्म प्लानिंग की राह पर है
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शेयर की वैल्यू और मार्केट कैप पर नजर
दोस्तों Eternal Ltd यानी पुरानी Zomato के शेयर 17 अप्रैल को NSE पर 21455 रुपये के भाव पर बंद हुए थे अगर आप पिछले एक साल की बात करें तो कंपनी के शेयरों में लगभग 2241% की गिरावट देखने को मिली है लेकिन फिर भी Eternal की कुल मार्केट कैप अभी भी करीब 210 लाख करोड़ रुपये है जो बताता है कि कंपनी के पास स्टेबिलिटी और स्केलेबिलिटी दोनों की ताकत है अगर आप एक ऐसे निवेशक हैं जो केवल वर्तमान नहीं बल्कि भविष्य को ध्यान में रखकर निवेश करते हैं तो Eternal का यह ट्रांज़िशन आपके लिए बहुत कुछ कहता है कंपनी ने यह भी कहा है कि शेयरहोल्डर्स को जल्द ही पोस्टल बैलट नोटिस भेजा जाएगा जिससे वह इस विदेशी सीमा प्रस्ताव पर अपनी राय दे सकें यह ट्रांसपेरेंसी Eternal को बाकी कंपनियों से अलग बनाती है
Eternal Ltd का नाम बदला है लेकिन ग्रोथ का इरादा नहीं
तो दोस्तों कुल मिलाकर Zomato से Eternal बनने की यह यात्रा एक सिंपल नाम बदलाव नहीं बल्कि एक विजनरी स्टेप है कंपनी अब खुद को सिर्फ एक फूड डिलीवरी ऐप नहीं बल्कि एक मल्टी कैटेगरी टेक प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित करने की दिशा में है अगर आप भी उन निवेशकों में से हैं जो ट्रेंड के पहले स्टेप को पकड़ते हैं तो Eternal आपके रडार पर जरूर होना चाहिए विदेशी निवेश सीमा को कंट्रोल करना एक फॉरवर्ड थिंकिंग मूव है जिससे कंपनी भारतीय कानूनी ढांचे के साथ खुद को और मजबूती दे सकेगी यदि आपको हमारा आज का यह आर्टिक्ल पसन्द आया तो इसे अपने दोस्तों तक शेयर जरूर करें
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