हेलो दोस्तों हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी स्वागत है आप सभी का हमारे आज के इस खास आर्टिकल में आज हम बात करने जा रहे हैं Indusind Bank के उस बड़े मसले की जिसने शेयर बाजार में हलचल मचा दी है हाल ही में Indusind Bank के शेयरों में 6 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई और इसके पीछे की बड़ी वजह रही एक दूसरी ऑडिट रिपोर्ट जो बैंक के माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो से जुड़ी है इस रिपोर्ट में 600 करोड़ रुपये की गड़बड़ी सामने आने की आशंका जताई जा रही है जिसके चलते निवेशकों के बीच चिंता का माहौल बन गया है Indusind Bank देश के प्रमुख निजी बैंकों में से एक है और इससे जुड़ी हर खबर का सीधा असर उसके स्टॉक प्राइस पर पड़ता है इस खबर के सामने आते ही निवेशकों ने सतर्कता दिखाते हुए मुनाफावसूली शुरू कर दी जिससे स्टॉक में गिरावट दर्ज हुई अब सवाल यह है कि यह रिपोर्ट क्या कहती है और इसका आगे क्या असर हो सकता है
Induslnd bank Audit report
बैंक ने Ernst and Young को नियुक्त किया है ताकि वह माइक्रोफाइनेंस यूनिट में हुई संभावित गड़बड़ियों की जांच कर सके यह जांच 600 करोड़ रुपये से जुड़ी संभावित गड़बड़ियों पर केंद्रित है EY की यह जांच उस समय शुरू की गई जब इससे पहले PwC द्वारा की गई एक ऑडिट रिपोर्ट में बताया गया कि बैंक को अपने फॉरेक्स डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में करीब 1979 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है जो कि पहले अनुमानित नुकसान 1600 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है बैंक ने इस मामले में पहले ही PwC के निष्कर्षों के आधार पर विस्तृत जांच और इंटरनल ऑडिट की प्रक्रिया शुरू कर दी है अब EY के कार्यक्षेत्र में यह देखना शामिल है कि कहीं किसी स्तर पर ऑपरेशन में चूक तो नहीं हुई साथ ही वे यह भी परखेंगे कि इस पूरे मामले में किसकी जिम्मेदारी बनती है और यदि कोई धोखाधड़ी हुई है तो उसकी पहचान की जा सके
शेयर बाजार की प्रतिक्रिया
22 अप्रैल को Indusind Bank के शेयरों में लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई और इसका सीधा कारण इस दूसरी ऑडिट रिपोर्ट की खबर थी जिसने निवेशकों के बीच अनिश्चितता पैदा कर दी हालांकि यह ध्यान देने वाली बात है कि इससे पहले लगातार पांच कारोबारी सत्रों में इस स्टॉक में कुल मिलाकर करीब 16 प्रतिशत की उछाल भी दर्ज की गई थी यानी रिपोर्ट आने से पहले निवेशकों का भरोसा इस बैंक में बना हुआ था लेकिन खबर सामने आते ही उन्होंने सतर्कता बरती और शॉर्ट टर्म मुनाफा निकालने लगे इसके अलावा बैंक ने हाल ही में एक बड़ी कॉर्पोरेट स्ट्रक्चरिंग की घोषणा भी की है और CFO के पद पर संतोष कुमार की नियुक्ति की है जोकि फाइनेंशियल ट्रांसपेरेंसी और रिव्यू को लेकर बैंक की गंभीरता को दर्शाता है इससे निवेशकों को थोड़ी राहत जरूर मिली है लेकिन असली असर EY की रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगा
निवेशकों को क्या करना चाहिए
अगर आप भी Indusind Bank में निवेश करते हैं या करने का मन बना रहे हैं तो इस समय सतर्क रहना बेहद जरूरी है किसी भी बैंकिंग स्टॉक में अचानक आने वाली खबरें बहुत बड़ा असर डाल सकती हैं और ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि निवेशक पूरी जानकारी के आधार पर ही फैसला लें Indusind Bank की स्थिति अभी थोड़ी अस्थिर जरूर दिखाई दे रही है लेकिन बैंक द्वारा EY और PwC जैसी टॉप फर्म्स से जांच कराना एक पॉजिटिव संकेत माना जा सकता है यह दर्शाता है कि बैंक खुद की पारदर्शिता को लेकर गंभीर है अगर आप लॉन्ग टर्म इनवेस्टर हैं तो थोड़ा वेट करें जब तक रिपोर्ट पूरी तरह स्पष्ट न हो जाए और अगर आप शॉर्ट टर्म ट्रेडर हैं तो प्राइस मूवमेंट पर कड़ी नजर बनाए रखें और ट्रेडिंग में रिस्क को कंट्रोल करते हुए ही आगे बढ़ें
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महत्वपूर्ण है ये सिख
Indusind Bank के साथ जो कुछ भी हो रहा है वह एक सीख है कि बैंकिंग सेक्टर में हमेशा कुछ न कुछ अनिश्चितता बनी रहती है लेकिन अच्छी बात यह है कि बैंक ने अपनी ओर से ऑडिट और रिव्यू की प्रक्रिया को गंभीरता से लिया है और निवेशकों को भरोसा दिलाने की कोशिश की है आने वाले समय में जब EY की फाइनल रिपोर्ट सामने आएगी तभी यह पूरी तरह साफ हो पाएगा कि वाकई गड़बड़ी कितनी बड़ी है फिलहाल निवेशकों को चाहिए कि वे भावनाओं में आकर कोई फैसला न लें बल्कि तथ्यों और रिपोर्ट्स को ध्यान में रखकर ही कोई निर्णय लें उम्मीद है कि यह आर्टिकल आपको स्थिति को समझने में मददगार साबित हुआ होगा यदि यैसा है तो आज के इस आर्टिकल को अपने दोस्तों तक जरूर शेयर करें
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धन्यवाद।