हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी स्वागत है हमारे आज के नए आर्टिकल में आज हम बात करेंगे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नई टैरिफ नीति के बारे में जिसका असर भारतीय कंपनियों और उनके स्टॉक्स पर देखने को मिल सकता है यह नीति भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कितनी मुश्किल हो सकती है इस पर हम विस्तार से चर्चा करेंगे यदि आप इन सभी जानकारी को पढ़ना पसंद करते हैं तो इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक पूरा पढ़ें चलिए आज के इस आर्टिकल को शुरू करते हैं
ट्रम्प की नई रणनीति क्या है
सबसे पहले हम लोग जानते हैं कि ट्रंप की नई रणनीति क्या है दोस्तों डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर वह दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो अमेरिका में आयातित वस्तुओं पर भारी टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं इसे रिसीप्रोकल टैरिफ कहा जा रहा है जिसका मतलब है कि जो देश अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाते हैं अमेरिका भी उनके उत्पादों पर उसी अनुपात में टैरिफ लगाएगा यह नीति उन देशों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है जो अमेरिकी बाजार पर निर्भर हैं और भारत भी उनमें से एक है ऐसे में नई रणनीति के आने से निवेशकों को सीधा असर देखने को मिलेगा चलिए जानते हैं कि भारतीय कंपनियों पर इसका क्या कुछ प्रभाव देखने को मिलने वाला है।
भारतीय कंपनियों पर प्रभाव
यदि आप भारतीय कंपनियों पर प्रभाव के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको बता दें की अगर आप भारतीय कंपनियों के शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो आपको इस फैसले पर ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि ट्रम्प की यह नीति भारतीय कंपनियों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकती है खासतौर पर आईटी फार्मा और ऑटोमोबाइल सेक्टर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं भारतीय आईटी कंपनियां जैसे टीसीएस इन्फोसिस और विप्रो पहले से ही अमेरिकी बाजार पर निर्भर हैं और अगर इन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया तो उनकी कमाई पर सीधा असर पड़ेगा और इन कंपनियों की रेवेन्यू काम हो जाएगी इसके बाद इससे कंपनियों की ग्रोथ धीमी हो सकती है और उनके शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है ऐसे में निवेशकों को इन कंपनियों के शेयर प्राइस पर विशेष ध्यान देना होगा।
फार्मा सेक्टर पर क्या असर पड़ेगा
दोस्तों आप सभी की जानकारी के लिए बता दें भारत की फार्मा इंडस्ट्री अमेरिका में बड़े पैमाने पर दवाएं निर्यात करती है अगर टैरिफ बढ़ता है तो निश्चित तौर पर इन कंपनियों के शेयर प्राइस में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे तो यह कंपनियों की लागत बढ़ा सकता है जिससे उनके मुनाफे में गिरावट आ सकती है इसका असर सन फार्मा डॉ रेड्डीज और सिप्ला जैसी बड़ी कंपनियों पर पड़ेगा इन कंपनियों की प्रोडक्शन लागत पहले ही कई कारणों से बढ़ रही है और टैरिफ में इजाफा होने से उनकी मार्केट में स्थिति और कमजोर हो सकती है इस तरीके से भारत की फार्मा सेक्टर कंपनियों पर अमेरिकी टैरिफ का असर देखने को मिलेगा
ऑटोमोबाइल सेक्टर की चुनौतियां
अब हम जानते हैं कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में टैरिफ के आने के बाद क्या कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे दोस्तों भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियां जैसे टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा अमेरिका में अपने वाहन और ऑटो पार्ट्स का निर्यात करती हैं अगर टैरिफ बढ़ता है तो इनकी बिक्री प्रभावित हो सकती है जिससे शेयर बाजार में इन कंपनियों की वैल्यू में गिरावट आ सकती है यह कंपनियां पहले ही ग्लोबल मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और इलेक्ट्रिक वाहनों के बदलाव से जूझ रही हैं और ट्रम्प की यह नीति उनकी मुश्किलें और बढ़ा सकती है इस तरह से ऑटोमोबाइल सेक्टर की चुनौतियां और भी ज्यादा बढ़ जाएंगे।
निवेशकों के लिए क्या करें
अगर आप एक निर्देशक है और आप शेयर बाजार के अंदर निवेश करते हैं तो दोस्तों आपको इस नई नीति पर नजर बनाए रखनी चाहिए और उन कंपनियों के स्टॉक्स को लेकर सतर्क रहना चाहिए जो अमेरिका पर निर्भर हैं साथ ही डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाना इस समय एक बेहतर रणनीति हो सकती है जिससे आपका लॉस का खतरा कम हो निवेशकों को चाहिए कि वे लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट पर ध्यान दें और ऐसे सेक्टर्स को प्राथमिकता दें जिन पर इस नीति का सीधा असर नहीं पड़ेगा यदि आप इन बातों का ध्यान रखते हैं तो आने वाले समय में आपके स्टॉक में आपको गिरावट देखने को नहीं मिलेगी और ना ही आपको किसी तरीके का लॉस देखने को मिलेगा
फाइनली आज के इस आर्टिकल से हमने यह जाना की दोस्तों ट्रम्प की यह नई टैरिफ नीति भारतीय कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है खासतौर पर आईटी फार्मा और ऑटोमोबाइल सेक्टर पर इसका सीधा असर पड़ेगा अब यह देखना आकर्षक होगा कि भारतीय कंपनियां इस बदलाव के लिए क्या रणनीति अपनाती हैं अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करें और अपनी राय कमेंट में बताएं
Note – हम किसी भी प्रकार से SEBI Regsiter Firm नही है। हम सिर्फ Stock Market के ऊपर Digital और Physical Format मे Content Provider कराते हैं। इस लिए Real Market में Trade करने से पहले अपने Financial Agent या Finanicial Consltent सलाह जरुर ले
धन्यवाद